हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "गेरारुल हिकम" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمومنین علیه السلام:
مُلازَمَهُ الخَلوَهِ دَأبُ الصُّلَحاءِ
हज़रत इमाम अली (अ) ने फ़रमाया:
गोशा नशीनी (एकांत में इबादत) अच्छे और नेक लोगों का व्यवहार है।
गेरारुल हिकम, पेज 318